google-site-verification=fa3yz3ER-9JPg3xrzQdkgr41EDJNaU0ULYa0u4F4JeA 19 मई तक छुट्टी पर रेडियोलोजिस्ट, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में नहीं होंगे अल्ट्रासाउंड - Swatantra khabar uttarakhand स्वतंत्र खबर उत्तराखंड
19 मई तक छुट्टी पर रेडियोलोजिस्ट, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में नहीं होंगे अल्ट्रासाउंड

19 मई तक छुट्टी पर रेडियोलोजिस्ट, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में नहीं होंगे अल्ट्रासाउंड


कोटद्वार- 12 मई से 19 मई तक कोटद्वार बेस हॉस्पिटल के रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर के छुट्टियों पर जाने की वजह से अल्ट्रासाउंड के लिए हॉस्पिटल आने वाले मरीजों को बैरंग लौटना पड़ रहा ।

ये दुर्दशा का आलम है गढ़वाल के प्रवेशद्वार कोटद्वार स्थित बेस हॉस्पिटल का, जहां कोटद्वार सहित विभिन्न विकास खंडों के सैकड़ों पर्वतीय गांवों से लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं ।

कोटद्वार में स्वास्थ्य सुविधाओं की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है, कहने को तो यहां बेस हॉस्पिटल बना हुआ है लेकिन ये हॉस्पिटल गंभीर मरीजों के लिए तो रेफरल सेंटर के रूप में जाना जाता है,

विगत 12 मई से 19 मई तक रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर के छुट्टियों पर जाने की वजह से हॉस्पिटल के अल्ट्रासाउंड कक्ष पर ताला लटका हुआ है, जिस वजह से अल्ट्रासाउंड के लिए आने वाले मरीजों को बैरंग लौटने को मजबूर होना पड़ रहा है, इसका सबसे ज्यादा खामियाजा उन मरीजों को उठाना पड़ रहा है जो अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से सरकारी अस्पताल पर पूर्ण रूप से निर्भर रहते हैं , 

अगर कोटद्वार विधानसभा की मुख्य समस्या की बात करें तो वो है स्वास्थ्य सुविधाओं का बहुत बड़ा अभाव , जिस वजह से लोगों को गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए दिल्ली, देहरादून, बिजनौर पर ही निर्भर रहना पड़ता है, 

 नेताओं की बात करें तो यहां से सुरेंद्र सिंह नेगी पूर्व स्वास्थ्य मंत्री, 

डॉक्टर हरक सिंह रावत पूर्व वन मंत्री इसी विधानसभा से रह चुके हैं, और वर्तमान में श्रीमती ऋतु खंडूड़ी भूषण यहीं से माननीय विधायक बनकर विधासभा अध्यक्ष का महत्वपूर्ण दायित्व निभा रही हैं, 

ये कोटद्वार विधानसभा की जनता का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि उसने कोटद्वार से नेता तो बड़े- बड़े दिए लेकिन वे नेता आम जनता को स्वास्थ जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं का लाभ दिलवाने में हमेशा बौने साबित हुए हैं।

आज भी यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना पर सिर्फ राजनीति हो रही है जबकि पूर्व मे मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि चयन, वित्त स्वीकृति, शिलान्यास जैसे नाटक होते रहे हैं लेकिन धरातल पर परिणाम कुछ भी नजर नहीं आता, पूर्व में कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सुरेंद्र सिंह नेगी ने कोटद्वार के संयुक्त चिकित्सालय को बेस हॉस्पिटल के रूप में उच्चीकृत कर करोड़ों की लागत से बहुत बड़ी बिल्डिंग तो बनवाई लेकिन पर्याप्त विशेषज्ञ डॉक्टर एवं संसाधनों के अभाव में बेस हॉस्पिटल की बिल्डिंग मात्र सफेद हाथी साबित हो रहा है, और बेस हॉस्पिटल कोटद्वार रेफरल सेंटर के रूप में अपनी पहचान बना चुका है।

0 Response to "19 मई तक छुट्टी पर रेडियोलोजिस्ट, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में नहीं होंगे अल्ट्रासाउंड"

एक टिप्पणी भेजें

Advertise under the article